अपनों की रुसवाई भी जब न खटके दुःख सहन करके भी शरीर न थके तब समझिए जीना आ गया। अपनों की रुसवाई भी जब न खटके दुःख सहन करके भी शरीर न थके तब समझिए जीना आ ग...
बाग में कलियाँ खिलीं भँवरा भी मुस्का रहा खिल गए शतदल कमल वसंत देखो आ गया। बाग में कलियाँ खिलीं भँवरा भी मुस्का रहा खिल गए शतदल कमल वसंत देखो आ गय...
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।
"पता है सनम आधी रात हो चुकी होती है, फिर भी जगता हूँ मैं। चाहता हूँ तेरी तरह मैं भी चै "पता है सनम आधी रात हो चुकी होती है, फिर भी जगता हूँ मैं। चाहता हूँ तेरी तरह ...
इस मिट्टी का तिलक लगाकर गोद में इसकी सोना है ।। इस मिट्टी का तिलक लगाकर गोद में इसकी सोना है ।।
अगर तुम हमदर्द हो, तो दर्द से क्यू डरेंगे। दर्द है इस प्यार में, मगर दवा भी तुम बनोग अगर तुम हमदर्द हो, तो दर्द से क्यू डरेंगे। दर्द है इस प्यार में, मगर दव...